विकिपीडिया

सन २००८ की बरसात की बात है। मेरी बारहवीं की परीक्षा और इंजीनियरिंग की प्रवेश परीक्षाओं का खतरनाक दौर खत्म हो चुका था और मुझे कई सालों बाद खाली समय मिला था। एक दिन मैं अपनी बहन के लिए एक प्रोजेक्ट बनाने के लिए इन्टरनेट कैफ़े गया। उस समय तक अंतरजाल से मेरा बहुत ही सीमित परिचय था। विषय था– २००८ की बिहार बाढ़। इस विषय पर अंतरजाल में कुछ देर देखने के बाद मुझे एक लेख मिला। मैंने पहली बार अंतरजाल, बल्कि किसी भी अन्य संचार माध्यम में, इतनी व्यवस्थित तरीके से लिखा हुआ लेख देखा। यह इतना सुगम और सहज था कि आप इससे प्रभावित हुए बिना रह ही नहीं सकते थे। तो इस तरह हुआ मेरा परिचय मेरी सबसे पसंदीदा जालघरविकिपीडिया से।

उस दिन मैं घर आने के बाद भी इस बारे में गहराई से सोचता रहा। मुझे यह जानकार बेहद आश्चर्य हो रहा था कि विकिपीडिया में विश्व भर के लोग बिना किसी आर्थिक स्वार्थ के इस प्रकार के लेख लिखते हैं, जो निःशुल्क सभी के लिए उपलब्ध हैं। मैंने तभी यह सोच लिया था कि इस बेहतरीन कार्य में मैं भी अपना योगदान भविष्य में जरुर दूँगा। उस समय मेरे पास अंतरजाल की निजी सुविधा नहीं थी। मुझे उस समय तक यह भी नहीं मालूम था कि यह अंग्रेजी के अलावा अन्य भाषाओँ जैसे हिंदी में भी उपलब्ध है।

विकिपीडिया एक जालघर है जो कई भाषाओँ मे, सभी विषयों में प्रमाणिक जानकारी उपलब्ध करने वाला प्रकल्प है। इसकी सबसे बड़ी खासियत है कि यह निःशुल्क है एवं इसका किसी भी प्रकार से उपयोग किया जा सकता है। इसे दुनिया भर से स्वयंसेवी लोग बनाते हैं, वह भी बिना किसी आर्थिक लाभ के। २००१ में इसकी शुरुआत जिमी वेल्स और लेर्री सेंगर ने की थी। तब से लेकर अब तक ११ सालों में विकिपीडिया ने काफी प्रगति कर ली है। फिलहाल की बात की जाये तो, यानी २०१२के अंत में, विकिपीडिया में लगभग २८५ भाषाओं में कुल मिलाकर २ करोड़ से भी ज्यादा लेख मौजूद हैं, जिन्हें करोड़ों लोगों की मदद से लिखा गया है। ये लेख करोड़ों बल्कि अरबों लोगों के लिए ज्ञान के एक स्रोत के रूप में हैं।

विकिपीडिया ने ना सिर्फ जानकारियों एवं सूचानाओं को सर्वसुलभ बनाया, बल्कि एक क्रांति को जन्म दियाजिसे शायद ज्ञान के लोकतांत्रिकरण की क्रांति कहा जा सकता है।इस प्रकल्प ने एक नया ही रास्ता दिखलाया जो ना जाने कितने ही ऐसे ही प्रकल्पों के लिए एक आदर्श बना। विकी हाउ, विकी आंसर, विकिया की हजारों छोटी छोटी विकि आदि कुछ ऐसे ही प्रकल्प हैं।

जब मैं महाविद्यालय की पढाई के लिये घर से बाहर निकला, तब मेरा अंतरजाल से परिचय बढा। मुझे हिंदी मे विकिपीडिया के बारे मे पता चला और फिर कुछ दिनों बाद मैं खुद भी इसमे थोडा बहुत योगदान देने लगा।

हिंदी विकिपीडिया फिलहाल प्रगति की ओर है। इसमें एक लाख से ज्यादा लेख हैं। हालाँकि, हिंदीभाषी लोगों की संख्या देखते हुए यह प्रगति बहुत कम ही है। हिंदी विकिपीडिया की कुछ समस्याएँ हैं। सक्रिय सदस्यों की कमी इनमें से सबसे प्रमुख है। मैं चिठ्ठाजगत के लोगों से कहना चाहता हूँ कि हमें भी इस कार्य में अपना सहयोग देना चाहिये। यह आगे चलकर एक बडा कदम साबित होगा, जो हिंदी भाषा के लिये भी कल्याणकारी होगा।